वाराणसी पहुंचे पीएम मोदी ने सभा को किया संबोधित, बोले- समाज को बैर, विरोध और विकारों से बाहर निकालने की जरूरत

वाराणसी:प्रधानमंत्रीनरेंद्रमोदीनेरविवारकोकहाकिसमाजकोबैर,विरोधऔरविकारोंसेबाहरनिकालनेकीजरूरतहैऔरइसकेलिएवीरशैवपरंपराकासदैवआग्रहरहाहै.वाराणसीकेजंगमबाड़ीमठमेंआयोजितसमारोहकोसंबोधितकरतेहुएप्रधानमंत्रीमोदीनेकहा,“वीरशैवपरंपरावोहै,जिसमेंवीरशब्दकोआध्यात्मसेपरिभाषितकियागयाहै.जोविरोधकीभावनासेऊपरउठगयाहै,वहीवीरशैवहै.”उन्होंनेआगेकहा,“यहीकारणहैकिजंगमबाड़ीमठभावात्मकऔरमनोवैज्ञानिकरूपसेवंचितसाथियोंकेलिएप्रेरणाकामाध्यमहै.ऐसेमेंवीरशैवकीसंतपरंपराकेशताब्दीवर्षकाआयोजनसुखदहै.”

प्रधानमंत्रीमोदीनेकहाकिराममंदिरसेजुड़ाएकऔरबड़ाफैसलासरकारनेकियाहै.अयोध्याकानूनकेतहतजो67एकड़जमीनअधिगृहितकीगईथी,वोभीपूरीकीपूरी,नवगठितश्रीरामजन्मभूमितीर्थक्षेत्रकोट्रांसफरकरदीजाएगी.जबइतनीबड़ीजमीनहोगीतोमंदिरकीभव्यताऔरदिव्यताऔरबढ़ेगी.उन्होंनेकहा,“कुछदिनपहलेहीसरकारनेराममंदिरनिर्माणकेलिएएकस्वायत्तट्रस्ट-‘श्रीरामजन्मभूमितीर्थक्षेत्र’केगठनकरनेकीभीघोषणाकीहै.येट्रस्टअयोध्यामेंभगवानश्रीरामकीजन्मस्थलीपर,भव्यऔरदिव्यश्रीराममंदिरकेनिर्माणकाकामदेखेगाऔरसारेनिर्णयलेगा.”

उन्होंनेसंस्कृतभाषाऔरदूसरीभारतीयभाषाओंकोज्ञानकामाध्यमबतायाऔरकहा,“सरकारकाभीयहीप्रयासहैकिसंस्कृतसहितसभीभारतीयभाषाओंकाविस्तारहो,युवापीढ़ीकोइसकालाभहो.”प्रधानमंत्रीनेकहा,“संस्कृतऔरसंस्कृतिकीसंगमस्थलीमेंआपसभीकेबीचआनामेरेलिएसौभाग्यकाविषयहै.बाबाविश्वनाथकेसानिध्यमें,मांगंगाकेआंचलमें,संतवाणीकासाक्षीबननेकाअवसरकमहीमिलपाताहै.”उन्होंनेआगेकहा,“तुलसीदासजीकहाकरतेथे-‘संतसमागमहरिकथातुलसीदुर्लभदोउ’.इसभूमिकीयहीविशेषताहै.ऐसेमेंवीरशैवजैसीसंतपरंपराकोयुवापीढ़ीतकपहुंचारहेजगद्गुरुविश्वराध्यगुरुकुलकेशताब्दीवर्षकासमापनएकगौरवशालीक्षणहै.”

उन्होंनेकहा,“भारतमेंराष्ट्रकायेमतलबकभीनहींरहाकिकिसनेकहांजीतहासिलकी,किसकीकहांहारहुई.हमारेयहांराष्ट्रसत्तासेनहीं,संस्कृतिऔरसंस्कारोंसेसृजितहुआहै,यहांरहनेवालोंकेसामथ्र्यसेबनाहै.भक्तिसेमुक्तिकामार्गदिखानेवालेइसदर्शनकोभावीपीढ़ीतकपहुंचानाचाहिए.एकएपकेमाध्यमसेइसपवित्रज्ञानग्रंथकाडिजिटलीकरणयुवापीढ़ीकेजुड़ावकोऔरबलदेगा,उनकेजीवनकीप्रेरणाबनेगा.”मोदीनेकहाकिनमामिगंगेअभियानकेतहत7हजारकरोड़रुपयेकीपरियोजनाओंपरकामपूराहोचुकाहै.21हजारकरोड़रुपयेसेअधिककीपरियोजनाओंपरकार्यप्रगतिपरहैऔरजिनपरियोजनाओंपरकामचलरहाहै,उनकोभीतेजीसेपूराकरनेकाप्रयासकियाजारहाहै.