उद्योगों के लिए जमीन की कमी नहीं : ममता

कोलकाता,8जनवरी|पश्चिमबंगालमेंराज्यसरकारकीभूमिअधिग्रहणसेदूररहोकीनीतिकेकारणप्रदेशकेऔद्योगिकविकासमेंआरहीबाधाकेआरोपकोखारिजकरतेहुएमुख्यमंत्रीममताबनर्जीनेगुरुवारकोकहाकिपूरेराज्यमेंभूमिआसानीसेउपलब्धहै।दोदिवसीयबंगालवैश्विकनिवेशकसम्मेलनमेंयहांममतानेकहा,“15नएशहरोंकीघोषणाकीजाचुकीहै।हमनेकुछजमीनोंकोभीचिन्हितकियाहै।”

उन्होंनेकहाकितृणमूलकांग्रेससरकारनेबीरभूमजिलेकेबोलपुर(शांतिनिकेतन)तथानादियाजिलेकेकल्याणीमें100-100एकड़भूमिकोचिन्हितकियाहै। राज्यकेऔद्योगिकरणतथाशहरीकरणकेलिएदुर्गापुर(वर्दवानजिला),हल्दिया(पूर्वीमिदनापुरजिला),सिलीगुड़ी(दार्जिलिंगजिला)तथाराजरहाटमेंभूमिकोचिन्हितकियागयाहै।

उन्होंनेकहा,“कल्याणीमेंअखिलभारतीयआयुर्विज्ञानसंस्थान(एम्स)याएकभारतीयसूचनाप्रौद्योगिकीसंस्थान(आईआईआईटी)कीस्थापनाहोगी।हमनेवहांस्मार्टसिटीकेलिए100एकड़भूमिकोचिन्हितकियाहै।” उन्होंनेकहा,“राजरहाट,साल्टलेक,दुर्गापुर,कल्याणीतथाहल्दियामेंकईजगहोंपरऔद्योगीकरणकेलिएजगहहै।”

मुख्यमंत्रीनेकहा,“हमआपकापूर्णसहयोगकरेंगे।” मुख्यमंत्रीनेहालांकिकहाकिउनकीसरकारनेउद्योगोंकेलिएएकभूमिबैंककीस्थापनाकीहै।विशेषआर्थिकजोन(सेज)कोमंजूरीनदेनेकीबातकोउन्होंनेदोहराया। उन्होंनेकहा,“राजनीतिकविवशताकेकारणहमसेजकेप्रस्तावकोमंजूरीनहींदेंगे।आपकोईअन्यविकल्पतलाशसकतेहैं।”

उल्लेखनीयहैकितृणमूलअध्यक्षनेहालहीमेंकेंद्रद्वाराजारीभूमिअध्यादेशकाविरोधकियाहै।