सिर पर छत नहीं, योजना का नहीं मिला लाभ

संतकबीरनगर:सांथाब्लाककेग्रामपंचायतकसयामें15गरीबपरिवारोंकीटूटी-फूटीझोपड़ीमेंपन्नीतानकररहनेकोमजबूरहैं।इन्हेंप्रधानमंत्रीआवासयोजनाकाअभीतकलाभनहींमिलसकाहै।पात्रपरिवारोंकोलाभनहींमिलनेसेसरकारकीजनकल्याणकारीयोजनाओंकेक्रियान्वयनपरसवालहै।

कहनेकेलिएतोसांथाब्लाकमेंप्रतिवर्षसैकड़ोंप्रधानमंत्रीआवासआवंटितकिएजातेहैं,लेकिनगरीबोंकोप्रधानमंत्रीआवासयोजनाकालाभनहींमिलपाताहै।कसयागांवकीरहनेवालीरूबीकेपासएकटूटी-झोपड़ीहै।गर्मी,ठंडऔरबारिशहोनेपरपरिवारकेपांचसदस्यझोपड़ीमेंरातगुजारतेहैं।रूबीकहतीहैंकिउनकानामपात्रतासूचीमेंदर्जहै।हरबारउन्हेंआवासमिलनेकीबातहोतीहै।कईबारआवासकेलिएआवेदनभीकिया,लेकिनअभीकेवलआश्वासनहीमिलसकाहै।मजदूरीकरकेजैसे-तैसेपेटभराजारहाहै।अपनेदमपरघरबनानासपनाहै।सरकारकीयोजनाकालाभमिलेतोसिरपरपक्कीछतहोसकतीहै।इसीगांवकीपुष्पाकाकहनाहैकिकच्चीदीवारपरछप्परतानकरगुजर-बसरहोरहाहै।पहलेबारिशनेपरेशानकियाअबठंडरूलारहीहै।उनकाआरोपहैकिअमीरोंकेसिरपरप्रधानमंत्रीआवासकाताजपहनादियाजाताहै,लेकिनगरीबइसयोजनासेवंचितहैं।ग्रामप्रधानसेलेकरब्लाककेहुक्मरानोंसेआवाजलगाईगई,लेकिनकोराआश्वासनहीमिलसकाहै।जाड़ेकीरातबड़ीपरेशानीसेगुजरीहै।दुलारीदेवीकाकहनाहैकिइसबारजबतेजठंडपड़ीतोछप्परकामकानदुखदियाहै।चारोंतरफसेमकानखुलारहताहै।तेजहवाचलतीहैतोरातगुजारनाकठिनहोजाताहै।मजदूरीकरकेजीवनकटरहाहै।आवासबनानेकेबारेमेंसोचभीनहींसकते।योजनाकेबारेमेंसुनातोदिलमेंआसजगीकिहमेंभीपक्कामकाननसीबहोगा।लेकिनअभीतकआवासयोजनाकालाभनहींमिलसकाहै।सांथाविकासखंडकेबीडीओरामानंदवर्मानेकहाकिगरीबोंकोप्रधानमंत्रीआवासआवंटितकिएगएहैं।आवंटनलक्ष्यकेहिसाबसेप्रत्येकपात्रपरिवारोंकोप्रधानमंत्रीआवासमुहैयाकरायाजाएगा।वहस्वयंगांवमेंजाकरगरीबोंकीस्थितिदेखेंगेऔरयोजनाकालाभदिलवानेकाप्रयासकरेंगे।