सादगी पसंद और ईमानदार डॉ. हर्षवर्धन, जनता की नब्ज जानते हैं भारत के 'स्वास्थ्यवर्धन'

नेमिषहेमंत,नईदिल्ली।बातएकमई1969कीहै,जबकक्षा9मेंसर्वश्रेष्ठप्रदर्शनकरनेवालेहर्षवर्धनखेलनेकेलिएपार्कमेंपहुंचे,लेकिनखेलनेकेबजायवहउत्सुकतावशपार्कमेंलगनेवालीनियमितशाखामेंचलेगए।वहां,खेलकूदऔरगुरुनानकदेव,गुरुगोविंदसिंहऔरशिवाजीकीदेशप्रेमकीकहानियोंनेउनकेकिशोरमनपरगहराअसरडाला।शाखाकेलोगभीहर्षवर्धनकोरोजानाआकरगतिविधियोंमेंभागलेनेकोप्रेरितकरनेलगे।तबजोजुड़ावशुरूहुआवहदिनोंदिनगहराताचलागया।

शुरूसेरहीहैनेतृत्वक्षमताडॉ.हर्षवर्धनकीजिंदगीकाध्येयतीनशब्दोंमेंरचा-बसाहै,शुचिता,देशभक्तिवसमाजसेवा।परिवार,समाजऔरराष्ट्रीयस्वयंसेवकसंघनेउन्हेंइसीतरहविकसितकियाहै।नेतृत्वक्षमताउनमेंशुरूसेरहीहै।कानपुरमेंगणेशशंकरविद्यार्थीमेमोरियल(जीएसवीएम)मेडिकलकॉलेजमेंवहजूनियरडॉक्टरोंकेसंगठनसेजुड़ेऔरउनकेसंघर्षकानेतृत्वकिया।जबतकवहवहांरहेराष्ट्रीयस्वयंसेवकसंघकीशाखाभीलगाई।यहीनहीं,जबआपातकाललागूहुआतोउन्होंनेभूमिगतरहकरछात्रावासोंमेंऔरछात्रोंकेबीचआंदोलनकोखड़ाकिया।आपातकालखत्महोनेपरजबप्रजातंत्रकोपुनस्र्थापितकरनेकाआह्वानहुआतोउन्होंनेएकटीमकानेतृत्वकरतेहुएइंदिरागांधीकेविरोधमेंकानपुरसेअमेठीतककेगांवोंमेंजागरूकतायात्रानिकाली।जीएसवीएममेडिकलकॉलेजकीमौजूदाप्राचार्यवडॉ.हर्षवर्धनकीसहपाठीरहींडॉ.आरतीदवेलालचंदानीबतातीहैंकिवहअक्सरअपनेसाथियोंसेकहतेथेकिदिल्लीलौटकरवहसियासतकेसाथसमाजसेवाकरेंगेऔरदिल्लीमेंखुदकाअस्पतालहोगा,जोआगेचलकरसहीभीसाबितहुआ।उन्होंनेईएनटी(नाक,कानवगले)सर्जनकेतौरपरकृष्णानगरमेंअपनाक्लीनिकशुरूकिया।वहदिल्लीविधानसभामेंनेताप्रतिपक्षरहनेतकनियमितरूपसेइसक्लीनिकमेंमरीजदेखतेथे।अबभीजबक्लीनिकपरजातेहैं,मरीजोंकाहाल-चाललेलेतेहैं।सियासतमेंआनेकेदशकोंबादतकइसीक्लीनिककीआयसेउनकाघरखर्चचलतारहा।आजभीउनकाघरसाधारणहीहै।घरकेफर्नीचरतकरीबन30सालपुरानेहैं।

ऐसायोद्धाजोकभीनहींहाराउनकीपहचानएकऐसेयोद्धाकीभीहैजोकभीहारनहींमानता।उनकेपुरानेमित्रडॉ.वीकेमोंगाकहतेहैंकिउन्हेंबराबरलड़तेहुएऔरजीततेहुएदेखाहै।जोभीठानलिया,उसेपूराकरनेमेंपूरीशिद्दतसेजुटजातेहैं,इसलिएउनकेजीवनमेंआरामनहींहै।डॉ.हर्षवर्धनने1993से2013तकपांचबारदिल्लीमेंविधानसभाचुनावलड़ाऔरजीते।2014व2019मेंउन्होंनेचांदनीचौकसीटसेलोकसभाकाचुनावलड़ाऔरजीता।

वाजपेयीनेदीथी'स्वास्थ्यवर्धन'कीउपाधिपूर्वप्रधानमंत्रीअटलबिहारीवाजपेयीनेउन्हेंऐसेहीस्वास्थ्यवर्धनकीउपाधिनहींदीथी।उनकेसिरदिल्लीसमेतदेशभरमेंपोलियोमुक्तअभियानशुरूकरनेकासेहराबंधाहै।विरमानीबतातेहैंकिअपनेप्रयासोंसेउन्होंनेइसेजनआंदोलनबनादिया।उन्हेंपताथाकिअधिकारियोंऔरचिकित्सकोंकोसाथलेनेमात्रसेपोलियोसेमुक्तिनहींपाईजासकतीहै,इसलिएवहस्कूलोंमेंगए,आरडब्ल्यूए,सामाजिकवधार्मिकसंगठनोंकेसाथलगातारबैठकेंकीं।सेलिब्रिटीजकोइससेजोड़ा।उनकाहीप्रयासथाकिइसअभियानकोकेंद्रसरकारनेअपनायाऔरदेशपोलियोमुक्तहुआ।जबप्रधानमंत्रीनरेंद्रमोदीनेउन्हेंस्वास्थ्यमंत्रीबनानेकानिर्णयलियातोहरकिसीकोयहउपयुक्तलगा।मोदीसरकारकीदोबाराऐतिहासिकजीतकेबादस्वास्थ्यमंत्रीबनेडॉ.हर्षवर्धनपदभारग्रहणकरनेसाइकिलसेमंत्रालयपहुंचे।यहछोटीयात्राथीपरइसमेंस्वास्थ्यऔरपर्यावरणकेप्रतिलोगोंकोप्रेरितकरनेवालाव्यापकसंदेशथा।

सादगीऔरईमानदारीहैनजीरउनकीसादगीऔरईमानदारीपूरेदेशमेंएकनजीरहैं।डॉ.हर्षवर्धनभाजपाकेएकमात्रऐसेनेताहैं,जिनकेबारेमेंपूर्वप्रधानमंत्रीआइकेगुजरालनेकहाथाकियदिउन्हेंदेशकेकिसीमंत्रीकोउल्लेखनीयकार्यकेलिएपुरस्कृतकरनाहोतोवहइसकेलिएडॉ.हर्षवर्धनकोचुननापसंदकरेंगे।डॉ.मोंगाबतातेहैंकिइसबारहीजबस्वास्थ्यमंत्रीबनेतोडॉक्टरोंकाएकदलउनकोबधाईदेनेगया।साथमेंपैकेटमेंबंदभगवानकीमूर्तिथी।उन्होंनेउसेलेनेसेसाफमनाकरदिया।जबउनसेबतायागयाकिमूर्तिहैतबभीउन्होंनेउसेस्वीकारनहींकिया।आखिरकारप्रतिनिधिमंडलनेहीपैकेटखोलकरमूर्तिदेनेकाप्रस्तावरखाजिसेउन्होंनेमानाऔरपैकेटकीजगहमूर्तिली।

मुख्यमंत्रीपदकेरहेदावेदारडॉ.हर्षवर्धनकीनेतृत्वक्षमताकोलेकरभाजपाशुरूसेहीआश्वस्तथी।वर्ष1993से1998तकदोमौकेआए,जबउन्हेंदिल्लीकामुख्यमंत्रीबनानेकीपार्टीमेंबातचलीऔरपार्टीकाशीर्षनेतृत्वभीउनकेपक्षमेंथा,लेकिनपरिस्थितियांअनुकूलनहींरहीं,जिसकीवजहसेअंतत:मुख्यमंत्रीनहींबनसके।इसकेबादभीवर्ष2013मेंदिल्लीविधानसभाकाचुनावपार्टीनेउनकेनेतृत्वमेंलड़ापरसंख्याबलकुछकमरहजानेकीवजहसेवहमुख्यमंत्रीनहींबनपाए।हालांकिइसकामलालउनकेचेहरेपरकभीनहींदिखा।जनताऔरपार्टीकेहरफैसलेकोउन्होंनेसहर्षस्वीकारकिया।

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