जागरणसंवाददाता,जालंधर:श्रीबावालालदयालजयंतीववसंतपंचमीकोलेकरश्रीबावालालदयालआश्रमदिलबागनगरमेंश्रीरामकथाजारीहै।संस्थाकेगद्दीनशीन1008महामंडलेश्वरमहंतगंगादासनेकहाकिप्रभुश्रीरामनामकाजापकरनेसेइंसानकोमोक्षकीप्राप्तिहोजातीहै।उन्होंनेकहाकिरामसेबड़ारामकानामहै।इसकाप्रमाणश्रीरामायणसेमिलताहै,जिसमेंप्रभुश्रीरामकानाममात्रलेनेसेपत्थरभीपानीमेंबहनेलगेथे।ऐसेमेंभवसागरसेपारपानेकेलिएप्रभुश्रीरामनामकापाठकरनाहोगा।चारदिवसीयसमारोहकेतीसरेदिनकेप्रवचनोंकाआगाजश्रीगुरुवंदनाकेसाथकियागया।
इसकेबादमहंतजमुनादासरामायणीचित्रकूटवालोंनेश्रीकथाकापाठकिया।उन्होंनेकहाकिभगवानश्रीरामनेअपनेपिताकेदिएवचनकोपूराकरनेकेलिए14वर्षकावनवासकाटाथा।इसअवधिमेंउन्होंनेइंसानकोजीवनकेरहस्यवसत्यसेअवगतकरवायाथा।महंतकेशवदासनेकहाकि16फरवरीकोआश्रममेंवसंतपंचमीपूरेउत्साहकेसाथमनाईजाएगी।उत्सवसुबह10सेदोपहरएकबजेतकहोगा,जिसमेंसंतसमाजकेसदस्यश्रद्धालुओंकोआशीर्वाददेंगे।उन्होंनेकहाकिकोरोनामहामारीकोलेकरदिएगएसरकारीनिर्देशोंकीपालनाकरनेकेलिएसेवादारोंकीतैनातीकीगईहै।इसकेअलावाशारीरिकदूरीबनाएरखनेकेलिएव्यापकस्तरपरप्रयासकिएजारहेहै।आरतीपूजाकेउपरांतभंडारेकाआयोजनकियागया।