प्रकृति किसी को भी दंडित कर सकती है

सहरसा।गायत्रीशक्तिपीठमेंव्यक्तित्वपरिष्कारकक्षायूट्यूबलाइवकेमाध्यमसेआयोजितकियागया।कक्षाकोसंबोधितकरतेहुएडॉ.अरुणकुमारजायसवालनेकहापरमेश्वरकाखेलकिसीकोपतानहींहोता,नऋषिकोनत्रिदेवको।परमेश्वरकाक्रियात्मकरूपप्रकृतिहै,इसलिएप्रकृतिमेंहीसबकुछहै।प्रकृतिकिसीकोभीदंडितकरसकतीहै।आदिशक्तिमूलप्रकृतिहै,त्रिदेवहैंऔरत्रिदेवियांहैं।उन्होंनेकहाकिऋषिलोगपरमात्माकेअलावाप्रकृतिकेअलावाकिसीभीसत्ताकोनहींमानते।इसीलिएऋषिऔरदेवताओंमेंआपसमेंनहींबनती।जोऋषिमंडलकेलोगहैंदेवताओंकीपूजाकोइंकारकरतेहैं।उन्होंनेअरविदकेबातोंकोउल्लेखितकरतेहुएकहाअगरईश्वरप्रतिआकांक्षाहोतोदेवताओंसेदूररहें।मनुष्यहैंहमदेवगणसम्मानितहैंउन्हेंसम्मानहैदेपरसंबंधनहींबनाए।

यूट्यूबद्वारापूछेगएसमाधि,ज्ञान,भक्तिकाउत्तरदेतेहुएउन्होंनेकहासमाधिमेंजोचेतनाहोतीहैं?वेद्वेतमुक्तहोतीहै।समाधिमेंव्यवहारनहींहोताहैं?औरविचारभीनहींहोताहै।कहाकिसंसारमेंसभीअपनेअपनेअहंकारकोलिएबैठाहै।थोड़ी-थोड़ीबातपरनाराजहोताहै।संसारमेंअगरखुशरहनाहैं?औरखुशरखनाहैं?तोदोनोंहाथजोड़नेपड़ेंगेइसलिएभक्तिचाहिए।बच्चाजन्मलेताहैं?तोछठीक्योंकरतेहैं?केप्रश्नोंकाउत्तरदेतेहुएउन्होंनेकहाबच्चाजन्मक्योंलेताहैं,अपनेकर्मऔरसंस्कारकेकारण।कर्मऔरसंस्कारउसकेलिएपरिस्थितिऔरमाता-पिताकाचयनकरतेहैं।कर्मकाजोस्तरहोताहैं?जीवात्माउसीस्तरकागर्भचुनतीहै।मातापिताउसकोसंस्कारितकरतेहैं?संस्कारितकरनेकामतलबउसकेपिछलेजीवनकेकर्मोंको,यादोंको,संस्कारोंको,परिष्कृतकरतेहैंऔरनवीनदुनियासेपरिचितकरातेहैं।नवीनदुनियासेपरिचयकरानेकेलिएपहलेनामकरणसंस्कारकियाजाताहै।