न झुकी और न टूटी अंजली, बल्कि परिवार का बनी सहारा

लखीमपुर:परिवारकेसंचालनमेंअंजलीनकिसीकेआगेनझुकींऔरनटूटी।उन्होंनेकठिनपरिश्रमकियाऔरपरिवारकोसमस्याओंसेनिजातदिलवाई।उत्तरप्रदेशपरिवहनविभागमेंऑटोमोबाइलइंजीनियरपदपरतैनातपतिराजेशअग्रवालकेभ्रष्टाचारकाविरोधकरनेपरनौकरीकीभेंटदेनीपड़ी।नौकरीछुटीतोपरिवारकेभरणपोषणकीसमस्याखड़ीहुई।दोबच्चोंऔरमातापिताकीपरवरिशकाजिम्माभीथा।अंजलीअग्रवालनेहारनहींमानीऔरपतिकीमर्जीसेबरेलीजाकरएककचरीबनानेवालीफैक्ट्रीमेंनौकरीकीऔरकामसीखा।हुनरमंदबनलौटीअंजलीनेपहलेबरेलीसेसामानमंगाकरबेचनाशुरूकियाबादमेंखुदभटनागरकॉलोनीमेंफैक्ट्रीलगाई।पिछले20वर्षोंसेपवनफूडमहिलाकुटीरउद्योगमें30महिलाओंकोरोजगारदेरहीहैं।शुरुआतीदौरमेंइसव्यवसायमेंभीउन्हेंकड़ीमशक्कतकरनीपड़ी।गांव-गांवमेंछोटे-छोटेदुकानदारोंतकउत्पादितमालपहुंचाया।जिसमेंबड़ीसंख्यामेंउन्हेंघाटाउठानापड़ा।छोटेदुकानदारउधारलेकरसमानबेंचकरखागए।बड़ीसंख्यामेंबाजारमेंरकमडूबगई।उधरविभिन्नसरकारीविभागोंनेभीप्रताड़ितकरनाशुरूकिया।धीरे-धीरेअंजलीनेग्रामीणइलाकोंमेंउधारीबंदकी।अबवहअपनाउत्पादनकदमूल्यपरबेंचरहीहैं।समस्तखर्चनिकालनेकेबादकरीब25हजारप्रतिमाहकीआयहोरहीहै।अंजलीकेजीवनमेंसंघर्षोंकानातारहा।डेढ़दशकपहलेअंजलीनेव्यापारकेसाथहीसामाजिकलड़ाइयांभीलड़ी।विकासखंडनकहाकेसकेथूगांवकेलोगोंकेसाथपुलकेआंदोलनमेंभीभागलिया।ग्रामीणपुलबनानेकीमांगकररहेथे।अनशनकारीग्रामीणोंपरपुलिसनेलाठियांबरसाईंतोउन्हेंबचानेकीकोशिशमेंपतिकेसाथपुलिसनेअंजलीकोभीनहींछोड़ा।प्रदर्शनकारियोंकेसाथइन्हेंभीपुलिसकेडंडेसहनेपड़े।दोदिनबादअंजलीकोजमानतमिली।जिलाकारागारसेछूटीतोउन्होंनेअपनेपतिकोभीजेलसेमुक्तकराया।किराएदारसेमकानखालीकरानेकोलेकरघूसमांगरहेदारोगाकोजेलभिजवाया।दोकन्याओंकाकरायादहेजरहितविवाह

दोकन्याओंकाउन्होंनेदहेजरहितविवाहभीविश्वधर्मसंस्थाकेसहयोगसेकराया।अंजलीविभिन्नसामाजिकसंघटनोंसेजुड़ीहैं।महिलाअग्रवालसंघऔरट्रेडर्सएंडइंडस्ट्रीजवेलफेयरएसोसिएशनकीसक्रियसदस्यहैं।