रांची,[नीरजअम्बष्ठ]।गंभीरबीमारियोंसेग्रसितगरीबोंकेइलाजमेंमुख्यमंत्रीगंभीरबीमारीउपचारयोजनाकाफीअसरकारकहै।राज्यसरकारइसयोजनाकेतहतमिलनेवालीआर्थिकसहायताकादायराभीपांचलाखरुपयेसेबढ़ाकर10लाखरुपयेकरनेजारहीहै।लाभलेनेकीजटिलप्रक्रियाकेकारणअक्सरगरीबमरीजइसयोजनाकालाभलेनेमेंपस्तहोजातेहैं।वहींइसयोजनाकापूराप्रचार-प्रसारनहींहै।इसकारणकईलोगजानकारीकेअभावमेंइसकालाभनहींलेपाते।राज्यवजिलास्तरपरइसकीसटीकऔरनियमितनिगरानीहोतोयहयोजनामरीजोंकेलिएसंजीवनीसाबितहोसकतीहै।
मुख्यमंत्रीगंभीरबीमारीउपचारयोजनाकेतहतवर्ष2001-02से2020-21तक25,659असाध्यमरीजोंकाकुल380करोड़रुपयेकाइलाजहुआहै।इसतरहऔसतनएकमरीजपरलगभग1.48करोड़रुपयेखर्चहुए।शुरूमेंइसयोजनाकेतहतसभीप्रकारकीगंभीरबीमारियोंकेउपचारकेलिएडेढ़लाखरुपयेतकसहायताराशिदीजातीथी।बादमेंइसेबढ़ाकरढाईलाखरुपयेकियागया।वर्तमानमेंइसयोजनाकेतहतअधिकतमपांचलाखरुपयेकीआर्थिकसहायतादीजातीहै।
इसमेंएकऔरबदलावयहभीकियागयाकिआयुष्मानयोजनाकेलागूहोनेकेबादइसयोजनाकेतहतअबकैंसर,किडनी,लीवरकेगंभीरमरीजोंकेइलाजकेअलावाएसिडअटैककेपीड़ितोंकेइलाजकेलिएहीआर्थिकसहायताराशिदीजातीहै।इसयोजनाकालाभलेनेकेलिएपूर्वमेंअधिकतमआयसीमा72हजाररुपयेतयथी।अबइसकीसीमाबढ़ाकरतीनलगातारवर्षोंतकपांचलाखरुपयेकरदीगईहै।मरीजोंकोसबसेबड़ीसमस्याअंचलाधिकारियोंसेप्रमाणपत्रबनवानेमेंहोतीहै।वहीं,आर्थिकसहायताप्राप्तकरनेकेलिएआवेदनस्वीकृतकरानेमेंसिविलसर्जनकार्यालयकेचक्करलगानेपड़तेहैं।आवेदनस्वीकृतकरनेकेलिएजिलास्तरीयकमेटीकीबैठकभीनियमितनहींहोती।
अस्पतालोंकीसंख्याबढ़ानेकीजरूरत
इसयोजनाकेतहतराज्यसरकारवर्तमानमेंदेशभरके45सूचीबद्धअस्पतालोंमेंइलाजकेलिएराशिदेतीहै।ऐसेमेंअस्पतालोंकीसंख्याबढ़ानेकीजरूरतहै।राजधानीरांचीमेंहीकईबड़ेअस्पतालइसयोजनासेजुड़नहींपाएहैं।
मरीजोंकीबजायअस्पतालकोमिलतीहैराशि
इसयोजनाकेतहतसहायताराशिसीधेअस्पतालोंकोमिलतीहै।मरीजयाउसकेपरिजनसूचीबद्धअस्पतालसेइलाजमेंखर्चहोनेवालीराशिकाप्राक्कलनलाकरसिविलसर्जनकार्यालयमेंआवेदनदेतेहैं।जिलास्तरीयसमितिकीस्वीकृतिकेबादराशिसंबंधितअस्पतालोंकोभेजदीजातीहै।विशेषज्ञोंकामाननाहैकिइससेअस्पतालोंमेंगड़बड़ीजैसेसरकारसेअधिकराशिलेनेकीसंभावनाबनीरहतीहै।मरीजोंकोसीधेराशिमिलनेसेउसकासहीउपयोगहोपाएगा।
दोनोंस्तरपरनिगरानीकाअभाव
इसयोजनाकीराज्यवजिलादोनोंस्तरपरनिगरानीकाअभावहै।इसयोजनाकीनिगरानीकेलिएराज्यस्तरपरविभागीयमंत्रीकीअध्यक्षतामेंकमेटीगठितहै,लेकिनयहकमेटीबैठककरनएअस्पतालोंकोसूचीबद्धकरनेयायोजनामेंकिसीतरहकेबदलावआदिकीस्वीकृतिहीदेतीहै।आयुष्मानयोजनाकेतहतअस्पतालोंकेप्राक्कलनवखर्चराशिकीआडिटभीनहींहोती।
किसवर्षमिलाकितनेमरीजोंकोलाभ
वर्ष - मरीजोंकोलाभ
चरही,हजारीबागनिवासीमोहम्मदगिलानीकहतेहैं,कैंसरपीड़ितमेरीसासकेइलाजकेलिएमुख्यमंत्रीगंभीरबीमारीउपचारयोजनाकेतहततीनलाखरुपयेतोमिले।लेकिनइसकेलिएदफ्तरोंकाकाफीचक्करलगानापड़ा।इसमेंभीआयुष्मानयोजनाकेतहतगोल्डनकार्डमिलनाचाहिए,ताकिमरीजकेपरिजनोंकोदौड़नानपड़े।
जामताड़ाकीएकमहिलामरीजकेपरिजनोंनेबतायाकिसिविलसर्जनकार्यालयनेसीधेअस्पतालकोराशिउपलब्धकराई।उसेपतानहींनहींचलाकिउसकेमरीजकेइलाजमेंकिस-किसमदमेंकितनीराशिखर्चहुई।इसमेंपारदर्शिताहोनीचाहिए।
'यहसहीहैकिअस्पतालोंकोराशिदेनेपरआडिटनहींहोती।अस्पतालसिर्फउपयोगिताप्रमाणपत्रदेतेहैं।इसउपयोगिताप्रमाणपत्रकासत्यापनहो,इसेसुनिश्चितकियाजाएगा।जहांतकनिगरानीकीबातहै,तोजिलास्तरपरयोजनाकार्यान्वितहोनेसेनिगरानीभीउपायुक्तऔरसिविलसर्जनकेमाध्यमसेहोतीहै।'-डा.मार्शलआइंद,निदेशकप्रमुख,स्वास्थ्यसेवाएं।