तख्तश्रीहरिमंदिरमेंभीटेकाथामत्था
ललितअग्रवालनेबतायाकिउनकीहीप्रेरणासेमैंनेलॉकडाउनकेदौरानअपनेकिसीभीकर्मीकोरोजगारसेमुक्तनहींकिया।उनकोअपनेसाथबनाएरखा।महाशयधर्मपालनेमेहनतकेसाथसादगीऔरसात्विकताकोअपनीकामयाबीकामूलमंत्रबतायाथा।इनकेनिधनसेपटनासिटीकेव्यापारियोंनेअपनाप्रेरणास्रोतअभिभावकखोदियाहै।पटनासिटीआगमनकेदौरानउन्होंनेतख्तश्रीहरिमंदिरजीपटनासाहिब(TakhtShriHariMandirPatnaSahib)मेंमत्थाटेकगुरुघरकाआशीर्वादलियाथा।ईमानदारीऔरव्यापारमेंशुद्धताबनाएरखनेकोउन्होंनेव्यापारप्रबंधनकीआत्माबताया।एमडीएचमसालाकेबिहारडिस्ट्रीब्यूटरहोनेकेकारण35सालोंसेबेहदनजदीकरहनेवालेललितअग्रवालनेबतायाकिपटनासिटीस्थितनिवासपरठहरनेकेदौरानउन्होंनेहमेशासचबोलने,माता-पिताकीसेवाकरने,हरवर्गवसमाजकेलोगोंकोसाथलेकरचलने,सादाभोजनऔरउच्चविचाररखनेपरबलदिया।
जरूरतमंदोंकीमददकोहमेशातत्पररहतेथेमहाशयजी
खत्रीसमाजबिहारकेअध्यक्षअनंतअरोड़ानेबतायाकिमहाशयधर्मपालउनकेसमाजकेजरूरथे,लेकिनउनकाजीवनसभीकेलिएबेहदकीमतीथा।हरकिसीकेसाथवहपूरीआत्मीयतासेजुड़जातेथे।गरीबकोअमीरकीताकतबताते।हमेशाउन्होंनेजरूरतमंदोंकीमददकी।उनकीमहानताकेकारणहीभारतसरकारनेवर्ष2019मेंउन्हेंपद्मभूषणसेसम्मानितकिया।98वर्षकीउम्रमेंभीउनकीसक्रियतादेखलोगप्रेरितहोतेरहे।पवित्रपटनासाहबकीधरतीकोतख्तसाहिबमेंचूमनेकेबादउन्होंनेइंसानकोइंसानसेजुड़नेकासंदेशदियाथा।