जब भारत पहले अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बोलता था तो उसे गंभीरता से नहीं लिया जाता था: सिंह

नयीदिल्ली,17दिसंबर(भाषा)रक्षामंत्रीराजनाथसिंहनेशुक्रवारकोकहाकिकुछसालपहलेतकजबभारतअंतरराष्ट्रीयमंचोंपरबोलताथातोउसेगंभीरतासेनहींलियाजाताथा।उन्होंनेराष्ट्रीयकैडेटकोर(एनसीसी)केएककार्यक्रमकोसंबोधितकरतेहुएकहाकिअगरकोविड-19महामारीनहींहोती,तोभारतकीअर्थव्यवस्था2024तकपांचखरब(ट्रिलियन)अमेरीकीडॉलरहोजाती।सिंहनेकहा,‘‘भारतकीशक्तिआजबढ़ीहै।इसकीअंतरराष्ट्रीयप्रतिष्ठाऔरविश्वसनीयताबढ़ीहै,चाहेवहआईटीक्षेत्र,शिक्षाक्षेत्र,व्यापार,रक्षायाअर्थव्यवस्थामेंहो।भारतइनसभीक्षेत्रोंमेंआगेबढ़रहाहै।’’उन्होंनेकहा,‘‘हमअर्थव्यवस्थामेंआगेबढ़रहेहैं।भारतक्रयशक्तिसमताकेमामलेमेंतीसरासबसेबड़ादेशहै।’’उन्होंनेकहा,‘‘हमअगलेकुछवर्षोंमें100प्रतिशतसाक्षरतादरभीहासिलकरेंगे।’’उन्होंनेकहाकिपहलेभारतपहले‘‘विदेशोंसेसबकुछ,यहांतककिछोटेहथियारभीआयातकरताथा’’लेकिनअबदेशदुनियाकेशीर्ष25रक्षानिर्यातकोंमेंसेएकहै।सिंहनेकहा,‘‘अभीकुछसालपहलेतकस्थितिऐसीथीकिजबदेशअंतरराष्ट्रीयमंचोंपरबोलताथातोभारतकोकोईगंभीरतासेनहींलेताथा।’’उन्होंनेकहाकिभारतएकमात्रऐसादेशहैजिसने‘वसुधैवकुटुम्बकम’कासंदेशदियाहै।उन्होंनेकहा,‘‘भारतकीसंस्कृतिसर्वोत्तमहै।आपकहेंगेकिहरदेशऐसाहीकहरहाहोगा।मैंआपकोयहसाबितकरनेकेलिए20-25उदाहरणदेसकताहूंकिभारतकीसंस्कृतिसबसेअच्छीसंस्कृतिहै।’’