सीतापुर:प्राथमिकविद्यालयहीरापुरमेंपंजीकृत131विद्यार्थियोंको15दिनसेएमडीएम(मिड-डेमील/मध्याह्नभोजन)नहींमिलरहा।ऐसेमेंबच्चेघरसेटिफिनलेकरआरहेहैं।वहीं,विद्यालयकेरसोईघरपरतालालटकरहाहै।प्रधानाध्यापकऔरप्रधानकोबच्चोंकेमध्याह्नभोजनकीचिंतानहींहै।विभागकेजिम्मेदारभीमौनसाधेहुएहैं।बहरहाल,प्रधानऔरप्रधानाध्यापकराशननहींहोनेकाहवालादेरहेहैं।
एमडीएमप्रभारीबृजमोहननेबतायाकिराशनकाउठानहोरहाहै।हीरापुरकेस्कूलमेंएमडीएम(दोपहरकाभोजन)क्योंनहींबनरहाहै।इसकीजांचकराएंगे।औरंगाबादकेस्कूलोंकीपड़तालभीहोगी।
घरसेलातेहैंखाना:
विद्यालयकीछात्रादिव्यांशी,अल्वी,काव्या,आकांक्षावअंकितानेबतायाकिस्कूलमेंखानानहींबनरहाहै।हमलोगघरसेटिफिनलाकरखातेहैं।टिफिनलेकरनहींआएंतोखानेकेलिएघरजानाहोगा,जोकिस्कूलसेदूरहै।
चारविद्यालयोंकेबच्चोंको28दिनबादमिलादोपहरकाभोजन:
प्राथमिकवजूनियरहाईस्कूलऔरंगाबादकेबच्चोंकीथालीमें28दिनबादमध्याह्नभोजनपरोसागया।औरंगाबादमेंप्राथमिकवजूनियरमिलाकरचारस्कूलसंचालितहैं।इनसभीस्कूलोंमें28दिनसेदोपहरकाभोजननहींबनरहाथा।प्रधानाध्यापकोंनेइसकीसूचनाएबीएसएकोभीदीथी।प्रधानसेभीगुहारलगाईगई।लेकिन,जिम्मेदारोंकीअनदेखीकेकारणविद्यार्थियोंकोघरसेभोजनलानापड़ा।
किसस्कूलमेंहैंकितनेबच्चे:
जूनियरहाईस्कूलविद्यालयऔरंगाबादमें191बच्चेपंजीकृतहैं।प्रधानाध्यापकअनिलकुमारनेबतायाकिमध्याह्नभोजनकेराशनउपलब्धनहींहोनेकीशिकायतलगभगरोजानाकीगई।कन्याविद्यालयमेंपंजीकृतछात्राओंकीसंख्या86है।प्रधानाध्यापिकानेबतायाकिलगातारशिकायतकरनेपर28दिनबाददोपहरकेभोजनकेलिएराशनआया।वहींप्राथमिकविद्यालयप्रथममें220वद्वितीयमें152बच्चेपंजीकृतहैं।
आंकड़ोंमेंऔरंगाबादकेस्कूलवविद्यार्थी:
-चारस्कूलस्थितहैंऔरंगाबादकस्बेमें।
-649बच्चेपंजीकृतहैंइनसभीस्कूलोंमें।
-11अक्टूबरसेनहींबनरहाथामध्याह्नभोजन।
-आठनवंबरकोमिलाबच्चोंकोदोपहरकाखाना।