बेतिया।कहतेहै,किहौसलाबुलंदऔरमनमेंकुछकरगुजरनेकीइच्छाशक्तिहो,तोराहमेंआनेवालेझंझावटबाधानहींबनता।बुलंदहौसलेकाइंसानकिसीझंझावटकोसफलताकीसीढ़ीबनालेताहै।ऐसीएकमहिलाहैंएमजेकेकॉलेजकेमनोविज्ञानविभागाध्यक्षकीप्रो.अंबिकाकुमारी।शुरुआतमेंपरिवारसेसहयोगनहींमिलनेकेकारणइंटरमीडिएटकीपरीक्षामेंदोबारअसफलहोनेकेबादभीहारनहींमानी।कठिनपरिश्रमकरउन्होंनेअनीकामयाबीहासलकी।असफलताअंबिकाकापांवनहींडीगासकी।वहपुरानेजोशऔरलगनसेअपनेलक्ष्यकेलिएप्रयासकरतीरही।नतीजतनआजवेहजारोंछात्र-छात्राओंकीप्रेरणास्त्रोतबनगईहैं।मूलरूपसेदरभंगाकीरहनेवालीअंबिकाबचपनसेहीकिसीउच्चपदपरआसीनहोनेकाख्याबपालरखीथी।दोभाईयोंमेंअंबिकासबसेछोटीहैं।ग्रामीणपरिवेशमेंपलीबढ़ीहोनेकेकारणपरिवारकेलोगउनकीपढ़ाईपरपूराध्याननहींदेतेथे।मैट्रिकपासकरनेबादपरिवारकेलोगलड़कीकीपढ़ाईमेंरूचिनहींलेरहेथे,लेकिनअंबिकाजिदपरअड़गई।तबउनकानामांकनसिवानकेइंटरमीडिएटकॉलेजमेंहुआ,लेकिनउनकादुर्भाग्यपीछानहींछोड़रहाथा।वेगंभीररूपसेबीमारपड़गई।जिसकारणउनकीइंटरमीडिएटकीपढ़ाईबाधितहोगईऔरवेअसफलहोगई।लेकिनस्वयंकाजज्बाऔरकुछकरनेकाजुनूनउन्होंनेइसअसफलताकापरास्तकरदिया।फिरएकबारपरीक्षाकीतैयारीमेंलगगई।दूसरीबारभीवहअसफलरही।स्थितिऐसीबनीकिदूसरीबारआयोजितपरीक्षाबीचमेंहीछोड़नापड़ा।अबउनकाहौसलाजवाबदेनेलगाथा।लेकिनवहइसीकोढ़ालबनालीऔरअगलीपरीक्षामेंअच्छेअंकसेउत्तीर्णहुई।इलाहाबादसेबीएकरनेकेबादएमएकेलिएबीएचयूमेंनामांकनकराया।एमएकीडिग्रीप्राप्तकरनेकेबादवेनेटकीतैयारीमेंजूटगई,जिसकेबादउन्हेंसफलतामिलगई।वेडीआरडीओमेंएकसालतकजेआरएफरहीऔर01अगस्त2017कोबेतियाकेमहारानीजानकीकुंअरमहाविद्यालयमेंयोगदानदिया।अंबिकाबतातीहैंकिउनकीमांसिलाईकरतेहुएअपनीबेटीकोआत्मनिर्भररहनेकीप्रेरणादेती।अंबिकाकाजोरफिलहालनारीसशक्तिकरणपरभीहै।ऐसेतोहरछात्र-छात्राओंपरउनकाध्यानरहताहै,लेकिनछात्राओंपरवेज्यादाफोकसकरतीहैं।ताकिबेटियांपढ़लिखकरसफलताकीउड़ानभरसके
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