नयीदिल्ली,27सितंबर(भाषा)विश्वशांतिकेलिएभारतकेयोगदानकीचर्चाकरतेहुएप्रधानमंत्रीनरेन्द्रमोदीनेशुक्रवारकोकहाकिभारतने‘‘युद्धनहींबुद्ध’’दियेहैंतथासंराशांतिसेनामेंभारतकासबसेअधिकयोगदानरहाहै।उन्होंनेसंयुक्तराष्ट्रमहासभाके74वेंसत्रमेंहिंदीमेंदियेअपनेसंबोधनमेंयहबातकही।उन्होंनेकहाकि130करोड़भारतीयोंकीतरफसेसंयुक्तराष्ट्रमहासभाकोसंबोधितकरनागौरवकीबातहै।आतंकवादकेखिलाफलड़ाईमेंवैश्विकएकजुटतापरजोरदेतेहुएउन्होंनेकहा,‘‘हमने(भारतने)युद्धनहीं,बुद्धदिएहैं’’औरसंराशांतिसेनामेंभारतनेसबसेज्यादायोगदानदियाहै।मोदीनेअपनेसंबोधनकीशुरुआतमेंराष्ट्रपितामहात्मागांधीकोयादकरतेहुएकहाकिसत्यऔरअहिंसाकासंदेशपूरेविश्वकेलिएआजभीप्रासंगिकहै।उन्होंनेकहाकिआनेवालेपांचवर्षोंमेंहमजलसंरक्षणकेसाथ15करोड़परिवारोंकोपाइपकेजरिएपेयजलआपूर्तिसेजोड़नेवालेहैं।उन्होंनेकहाकि2025तकहमभारतकोतपेदिक(टीबी)सेमुक्तकरनेकीदिशामेंकामकररहेहैं।प्रधानमंत्रीनेकहाकिहमजन-भागीदारीसेजन-कल्याणकीदिशामेंकामकररहेहैंऔरयहकेवलभारतहीनहीं‘‘जग-कल्याण’’केलिएहै।ग्लोबलवार्मिंगकीचर्चाकरतेहुएउन्होंनेकहाकियदिप्रतिव्यक्तिउत्सर्जनकीदृष्टिसेदेखेंतोवैश्विकतापमानकोबढ़ानेमेंभारतकायोगदानबहुतहीकमरहाहै।