थिम्पू,18अगस्त(भाषा)प्रधानमंत्रीनरेंद्रमोदीनेरविवारकोकहाकिभारतऔरभूटानएकदूसरेकोजितनाअच्छीतरहसमझतेहैंयाएकदूसरेसेजितनाकुछसाझाकरतेहैं,उतनाविश्वमेंकोईभीदोदेशआपसमेंनहींकरतेहोंगे।उन्होंनेजोरदेकरकहाकिनयीदिल्लीऔरथिम्पूअपनेलोगोंकेलिएसमृद्धिलानेमें‘‘प्राकृतिकसहयोगी’’हैं।मोदीनेयहांभूटानकेप्रतिष्ठितरॉयलविश्वविद्यालयकेछात्रोंकोसंबोधितकरतेहुएकहाकियहस्वाभाविकहैकिभूटानऔरभारतकेलोगएक-दूसरेसेबहुतलगावकाअनुभवकरतेहैं।आखिरकार,वेनकेवलअपनेभूगोलकेकारणकरीबहैं,बल्किउनकेइतिहास,संस्कृतिऔरआध्यात्मिकपरंपराओंनेहमारेलोगोंऔरराष्ट्रोंकेबीचअनोखेऔरगहरेबंधनबनाएहैं।प्रधानमंत्रीनेइसबौद्धबहुलदेशमेंकहा,"भारतउसभूमिकेलिएभाग्यशालीहैजहांराजकुमारसिद्धार्थगौतमबुद्धबनेऔरजहांसेउनकेआध्यात्मिकसंदेश,बौद्धधर्मकाप्रकाश,पूरीदुनियामेंफैला।भूटानमेंभिक्षुओं,आध्यात्मिकनेताओं,विद्वानोंऔरसाधकोंकीपीढ़ियोंनेउसीलौकोप्रज्ज्वलितकिया।उन्होंनेभारतऔरभूटानकेबीचविशेषबंधनकोभीपोषितकियाहै।मोदीनेभूटानकेप्रधानमंत्रीलोटेत्शेरिंगकीउपस्थितिमेंकहा,"इसकेपरिणामस्वरूप,हमारेसाझामूल्योंनेएकसामान्यविश्व-दृष्टिकोणकोआकारदियाहै।"उन्होंनेकहा,‘‘लोगोंकेरूपमें,हमइसमहानविरासतकेजीवितवाहकहोनेकेलिएभाग्यशालीहैं।दुनियामेंकोईभीअन्यदोदेशएक-दूसरेकोइतनीअच्छीतरहसेनहींसमझतेहैंयाएकदूसरेसेसाझानहींकरतेहैं।कोईभीदोदेशअपनेलोगोंकेलिएसमृद्धिलानेमेंइसतरहकेप्राकृतिकभागीदारनहींहैं।"प्रधानमंत्रीनेकहाकिभूटानकाकोईभीव्यक्तिअपनेप्राकृतिकसौंदर्यसेउतनाहीप्रभावितहोताहैजितनाकिउसकेलोगोंकीगर्मजोशी,करुणाऔरसादगीसे।मोदीनेकहा,"इसयात्राकेदौरान,मुझेभूटानकेवर्तमाननेतृत्वकेसाथनिकटतासेबातचीतकरनेकाअवसरमिलाहै।मैंनेएकबारफिरसेभारत-भूटानसंबंधकेलिएउनकामार्गदर्शनप्राप्तकियाहै,जिसनेहमेशाअपनेकरीबीऔरव्यक्तिगतध्यानसेलाभान्वितकियाहै।मोदीइसवर्षभूटानकीअपनीदूसरीयात्रापरऔरइसवर्षमईमेंदोबारासत्ताहासिलकरनेकेबादपहलीबारयहांआयेहैं।उन्होंनेकहा,"अब,आज,मैंभूटानकेभविष्यकेसाथयहांहूं।मैंगतिशीलताकोदेखसकताहूंऔरऊर्जामहसूसकरसकताहूं।मुझेविश्वासहैकियेइसमहानदेशऔरइसकेनागरिकोंकेभविष्यकोआकारदेंगे।चाहेमैंभूटानकेअतीतकोदेखूं,वर्तमानयाभविष्यको,उनसेंसामान्यत:औरनिरंतरताकेसूत्रहैं-येहैंगहरीआध्यात्मिकताऔरयुवाशक्ति।येहमारेद्विपक्षीयसंबंधोंकीशक्तिभीहैं।प्रधानमंत्रीनेकहा,"आज,मैंभूटानकेसबसेअच्छेऔरप्रतिभाशालीयुवाओंकेसमक्षहूं।महामहिम(जिग्मेखेसरनामग्येलवांगचुक)नेकलमुझेबतायाकिवहआपकेसाथनियमितरूपसेबातचीतकरतेहैंऔरउन्होंनेपिछलेदीक्षांतसमारोहकोसंबोधितकियाथा।आपभूटानकेभविष्यकेनेता,नवप्रवर्तकहैं।आपमेंसेव्यवसायी,खिलाड़ी,कलाकारऔरवैज्ञानिकउभरेंगे।उन्होंनेकहा,"भारत-भूटानकापनबिजलीऔरऊर्जामेंसहयोगअनुकरणीयहै।लेकिनइसरिश्तेकीशक्तिऔरऊर्जाकाअसलीस्रोतहमारेलोगहैं।"उन्होंनेकहा,‘‘इसलिए,लोगपहलेहैं,औरलोगहीहमेशाइसरिश्तेकेकेंद्रमेंरहेंगे।इसयात्राकेपरिणामोंमेंयहभावनास्पष्टरूपसेदिखाईदेतीहै।’’उन्होंनेकहाकिसहयोगकेपारंपरिकक्षेत्रोंसेपरेजाकर,दोनोंदेशविद्यालयोंसेलेकरअंतरिक्षतक,डिजिटलभुगतानसेआपदाप्रबंधनतकनएमोर्चेपरबड़ेपैमानेपरसहयोगकरनाचाहतेहैं।प्रधानमंत्रीनेकहा,"इनसभीक्षेत्रोंमेंहमारेसहयोगकाआपकेजैसेयुवामित्रोंपरसीधाप्रभावपड़ेगा।"उन्होंनेकहा,"लोकतंत्रऔरशिक्षादोनोंहमेंमुक्तबनानेकालक्ष्यरखतेहैं।एकदूसरेकेबिनाकोईपूरानहींहै।दोनोंहीहमेंअपनीपूरीक्षमताहासिलकरनेमेंमददकरतेहैं,औरहमसबसेअच्छेहोसकतेहैं।"प्रधानमंत्रीनेकहा,"भूटानइनप्रयासोंमेंउच्चस्तरपरहै,आपके13अरबभारतीयमित्रनकेवलगौरकरेंगेऔरगर्वऔरखुशीकेसाथआपकाउत्साहवर्धनकरेंगेबल्कियहभीकिवेआपकेसाथसाझेदारीकरेंगे,आपसेसाझाकरेंगेऔरआपसेसीखेंगे।"