बेरोजगारी, मंदी से ध्यान भटकाने के लिए धार्मिक आधार पर बंटवारे की साजिश हो रही है: सोनिया

नयीदिल्ली,25जनवरी(भाषा)कांग्रेसअध्यक्षसोनियागांधीनेगणतंत्रदिवसकीपूर्वसंध्यापरशनिवारकोनरेंद्रमोदीसरकारपरतीखाहमलाबोलाऔरआरोपलगायाकिआर्थिकमंदीएवंबेरोजगारीकीसमस्यासेध्यानभटकानेकेलिएधार्मिकआधारपरलोगोंकोबांटनेतथासंविधानकोकमजोरकरनेकीसाजिशहोरहीहै।सोनियानेएकबयानमेंदेशवासियोंको71वेंगणतंत्रदिवसकीशुभकामनाएंदेतेहुएकहा,''70वर्षपूर्वदेशकेलोगोंकीआकांक्षाओंवइच्छाओंकेअनुरूपभारतकेसंविधानकोदेशवदेशवासियोंनेअपनायावलागूकिया।हमारेसंविधानकीप्रस्तावनामेंसबकेलिएन्याय,समानता,आज़ादी,धर्मनिरपेक्षतावभाईचारेकीभावनारेखांकितहै।''उन्होंनेकहा,"संविधानकाहरअक्षरकेवलएकशब्दमात्रनहीं,परहरनागरिककाजीवनदर्शनवसरकारोंकेलिएशासनचलानेकाजीवंतरास्ताहै।''कांग्रेसअध्यक्षनेकहा,''यहरास्तागांधीजीकेनेतृत्वमेंकरोड़ोंस्वतंत्रतासेनानियोंकीकुर्बानीसेलिखागयाहै,जहांहरभारतवासीकोसामाजिक,आर्थिकऔरराजनीतिकन्याय,विचार,अभिव्यक्ति,विश्वास,धर्मऔरउपासनाकीस्वतंत्रता,प्रतिष्ठाऔरअवसरकीसमताकेअधिकारसुनिश्चितकिएगएहैं।"उन्होंनेआरोपलगाया,''सच्चाईयहहैकिआजदेशकेसंविधानवसंवैधानिकमूल्योंपरषडयंत्रकारीहमलाबोलाजारहाहै।संवैधानिकमान्यताओंपरसंस्थागततौरसेअतिक्रमणकियाजारहाहैवसंवैधानिकसंस्थाओंकोव्यक्तिगतनिरंकुशताकीबलिचढ़ायीजारहीहै।''सोनियानेकहा,''ऐसेमेंसंविधानकीरक्षाकेलिएएकजुटहोकरखड़ेहोनाहरदेशवासीकाकर्तव्यहै।"उन्होंनेकहा,''आजखेतीऔरकिसानबर्बादीकीकगारपरहैं।देशकाभविष्य-देशकानौजवानरोजगारऔरसम्मानकेलिएदरदरकीठोकरेंखानेकोमजबूरहै।मंदीऔरतालाबंदीकेचलतेछोटेछोटेव्यवसायीवदुकानदारअपनेआपकोअसहायमहसूसकररहेहैं।''कांग्रेसअध्यक्षनेदावाकिया,''अर्थव्यवस्थाबदहालहै,आर्थिकप्रगतिचौपटहैवव्यापारिकमंदीहरपायदानपरदस्तकदेरहीहै।परआवाजउठानेवालेहरव्यक्तिपरसरकारीतंत्रकादमनचक्रचलायाजारहाहै।''उन्होंनेआरोपलगाया,''आर्थिकबदइंतजामी,प्रशासनिकदिवालियेपन,बेतहाशामहंगाई,चौतरफामंदी,असहनीयबेरोजगारीजैसीविफलताओंसेध्यानहटानेकेलिएदेशावासियोंकोधर्म,क्षेत्रवादऔरभाषाकेआधारपरबांटनेतथासंविधानकोकमजोरकरनेकीसाजिशकीजारहीहै।''सोनियानेदावाकिया,''देशमेंअप्रत्याशिततौरसेअशांति,भयवअसुरक्षाकावातावरणपैदाकियागयाहै।आमनागरिकमहसूसकररहाहैकिमौजूदाशासनकेहाथोंमेंसंवैधानिकमूल्यसुरक्षितनहींहैं।''उन्होंनेकहा,''आजसंविधानकीरक्षाकादायित्वहरदेशवासीकेकंधेपरहै।''कांग्रेसअध्यक्षनेकहा,''आइये,निजीस्वार्थोंवराजनैतिकलोलुपताओंसेपरेहटराष्ट्रनिर्माणकानवसंकल्पलें।हरदेशवासीसंविधानकीसुरक्षाऔरदेशकीएकताकोमजबूतकरनेकेकर्तव्यबोधकोआत्मसातकरे।यहीसंविधानकेप्रतिसच्चीप्रतिबद्धतावराष्ट्रभक्तिकासूचकहै।"