Ayodhya Ram Janmabhoomi News: संतों के संगम से आलोकित हुई रामनगरी

अयोध्या,जेएनएन।AyodhyaRamTempleBhumiPujanNews:जन्मभूमिपरराममंदिरनिर्माणकेलिएबुधवारकोभूमिपूजनहोरहाहै।इसऐतिहासिकमौकेकागवाहबननेकेलिएपहुंचेदेशकेदिग्गजसंतोंकेसंगमसेमंगलवारकोहीरामनगरीआलोकितहोउठी।इनसंतोंकेस्मरणमात्रसेहीमनअलौकिकआनंदसेभरउठताहै।आमजनमेंभीइनसंतोंकादर्शनकरनेऔरआशीर्वादलेनेकीजबर्दस्तउत्सुकतादिखी।बिड़लाधर्मशाला,रामवल्लभाकुंज,मानसभवन,उदासीनआश्रमवकारसेवकपुरम्,हनुमानगढ़ीपरिसरस्थितमारुतिसदनआदिस्थानोंपरठहरेइनसंतोंकीचरणरजसेरामनगरीगौरवांवितहै।...औरपांचसदीकीप्रतीक्षापूरीहोनेकीप्रसन्नतादिग्गजसंतोंकेआभामंडलसेप्रकटहोरहीहै।दैनिकजागरणटीमनेचुनिंदासंतोंसेबातचीतकी।

प्रस्तुतहैंवार्ताकेप्रमुखअंश

हीमोग्लोबिनचेककरिएतोबढ़ामिलेगा:युगपुरुष

श्रीरामजन्मभूमितीर्थक्षेत्रट्रस्टकेसदस्ययुगपुरुषस्वामीपरमानंदमंदिरनिर्माणकीबेलामेंआनंदितहैं।कहतेहैं,‘मेराहीमोग्लोबिनचेककरिएतोनिश्चितहीबढ़ामिलेगा।’जागरणसेखासबातचीतमेंउन्होंनेकहाकिआर्यसमाजअवतारनहींमानता।मूर्तिपूजापरभीविश्वासनहींहैलेकिनआर्यसमाजीसदैवसेरामजन्मभूमिपरमंदिरकेपक्षमेंरहाहै,क्योंकिपांचसदीपहलेसिर्फमंदिरहीनहींतोड़ागया,बल्किराष्ट्रीयस्वाभिमानकोभीकुचलागयाथा।इसीलिएआर्यसमाजहमेशासेरामजन्मभूमिपरमंदिरबनानेकेपक्षमेंरहा।यहमंदिरसिर्फपूजाकेलिएहीनहीं,बल्किराष्ट्रकेस्वाभिमानकेलिएआवश्यकहै।वेयहभीकहतेहैंकिअयोध्याकाविकासहो,लेकिनअध्यात्मरहे।विदेशोंमेंभीविकासहुआ,लेकिनजीवनशैलीअध्यात्मिकनहींरही।अयोध्यामेंविकासकेसाथ-साथभक्ति,सौहार्दभीबढ़नाचाहिए।

अंतर्दृष्टिसेबनूंगासाक्षी:स्वामीरामभद्राचार्य

पद्मश्रीजगद्गुरुरामानंदाचार्यस्वामीरामभद्राचार्यकहतेहैंकि‘मैंअंतर्दृष्टिसेराममंदिरकेभूमिपूजनकासाक्षीबनूंगा।वेमुहूर्तपरहुएविवादकोभीव्यर्थमानतेहैं।कहतेहैं,अभीशकसंवतकेअनुसारसौरमासऔरसावनहीचलरहाहै।फिररामभीस्वयंसूर्यवंशीहै।इसलिएयहकहनासहीनहींकियहभूमिपूजनकेलिएयहउचितमुहूर्तनहींहै।इसपलकीविकलतासेप्रतीक्षाहै।प्रतीक्षामेंआनंदभीहै।वेकहतेहैं,संतोंकोकिसीप्रकारकेपदकीआवश्यकतानहींहोती।वेसिर्फरामकाजसेहीप्रसन्नहोतेहैं।

मंदिरआंदोलनकेफ्रंटवारियर्सकाप्रतिनिधित्वकररहेमोदी:उमाभारती

मंदिरआंदोलनकीअगलीकतारकेनेताओंमेंरहींमध्यप्रदेशकीपूर्वमुख्यमंत्रीउमाभारतीनेकहाकिमंदिरआंदोलनकेफ्रंटवारियर्सकाप्रतिनिधित्वखुदप्रधानमंत्रीनरेंद्रमोदीकररहेहैं।भूमिपूजनकेऐतिहासिकअवसरपरपूर्वउपप्रधानमंत्रीलालकृष्णआडवाणी,मुरलीमनोहरजोशी,विनयकटियार,कल्याणसिंहकेनआनेकेसवालकावेजवाबदेरहीथीं।उन्होंनेकहाकिदोबारकारसेवाकी।हमेंविश्वासथाकिराममंदिरबनेगा।कांग्रेसनेतादिग्विजयसिंहकेबयानकेसवालपरभाजपाकीराष्ट्रीयउपाध्यक्षउमाभारतीबोलीं,कौनदिग्विजयसिंह?वोप्रज्ञाठाकुरसेहारचुकाहै।हमारेलिएराममंदिरकभीराजनीतिकमुद्दानहीं,राममंदिरहमारीआस्थाकाविषयरहा।मंगलवारकोरामनगरीमेंउमाभारतीशामलगभगसातबजेचुनिंदालोगोंकेसाथरामकीपैड़ीपहुंची।यहांसरयूपूजनवआरतीकीऔरतटसेहीजयश्रीरामकाउद्घोषकिया।उसकेबादबजरंगबलीकीप्रधानतमपीठहनुमानगढ़ीमेंजाकरपूजा-अर्चनाकी।बुधवारकोवहभूमिपूजनकेबादरामललाकेदर्शनकरेंगी।

रामराज्यकेलिएशेषजीवनअर्पित:बाबारामदेव

सुप्रसिद्धयोगगुरुबाबारामदेवअबअपनाशेषजीवनरामराज्यकीस्थापनाकेलिएअर्पितकरेंगे।रामराज्यकेलिएराम,सीता,लक्ष्मणएवंभरतजैसाचरित्रअपनानेकीसलाहदेतेहुएउन्होंनेकहाकिपांचसौवर्षकासंघर्षअबशिलान्यासकेरूपमेंफलितहोनेजारहाहै।मंदिरनिर्माणपरआनेवालीपीढ़ियांगर्वकरेंगी।सरयूतटस्थितरामकीपैड़ीपरआयोजितएककार्यक्रममेंउन्होंनेकहाकिअयोध्यारामकीभूमिहै।एकसवालकेजवाबमेंउन्होंनेकहाकिरामजन्मभूमिकोविवादितकरनेपरपीड़ाहोतीथी।अबदुर्दिनबीतचुकाहै।मीरबाकीकेसमयसेचलरहेसंघर्षमेंलाखोंलोगोंनेबलिदानकिया,जोअबफलितहोरहाहै।मुहूर्तपरसवालउठानेवालोंकोआड़ेहाथोंलेतेहुएकहाकिभगवानउन्हेंभीसदबुद्धिदेंगे।

प्रभुरामसमस्तलोककेईश्वर:अमृतास्वरूपानंदपुरी

माताअमृतानंदमयीमठकेरलकेउपाध्यक्षअमृतास्वरूपानंदपुरीकाकहनाहैकिप्रभुरामसमस्तलोककेईश्वरहैं।उन्हेंउत्तरएवंदक्षिणमेंबांटानहींजासकता।भूमिपूजनसमारोहमेंशिरकतकरनेआएपुरी"जागरण'सेखासबातचीतकररहेथे।उन्होंनेएकसवालकेजवाबमेंकहा,भगवानरामशक्तिकेएेसेकेंद्रहैं,जोराष्ट्रों,राज्यों,संस्कृतियोंकेसाथहीप्रकृतिकोजोड़तेहैं।उनकीजन्मभूमिपरभव्यमंदिरबननेकीघड़ीआगईहै।इसअवसरकाहिस्साबनकरऐसेआध्यात्मिकआनंदकीअनुभूतिहोरहीहै,जोविचारएवंविकारसेपरेहै।शब्दोंमेंउसेव्यक्तनहींकियाजासकताहै।उसेअंतर्मनसेसाक्षात्कारकियाजासकताहै।

भूमिपूजनमंदिरकेसाथराष्ट्रकीआधारशिला:स्वामीचिदानंद

परमार्थनिकेतनऋषिकेशकेपरमाध्यक्षस्वामीचिदानंदसरस्वतीमुनिजीमहराजकाकहनाहैकिभूमिपूजनमंदिरकीआधारशिलाकेसाथहीराष्ट्रकीआधारशिलाहै।उन्होंनेकहाकिसदियोंकीप्रतीक्षाऔरप्रतिज्ञापूरीहोरहीहै।यहदेशकासौभाग्यहै।जिनकीतपस्यापूरीहोरहीहै,उनकादर्शनकरपूराविश्वगौरवांवितमहसूसकरेगा।मंदिरनिर्माणउनकेसंघर्षकासुखदफलहै।राममंदिरनिर्माणसेयहनगरीविश्वप्रसिद्धहोगी।सरस्वतीनेकहाकिइससेराष्ट्रीयसंस्कृतिविकसितहोगी।उन्होंनेकहाकिइसउत्सवकाहिस्साबनकरअच्छालगरहाहै।भूमिपूजनऐसाक्षणहोगा,जिसेविश्वकेकरोड़ोंसनातनधर्मावलंबीअपनेअंतर्मनमेंसहेजकररखेंगे।