बांका।केविकेमेंबुधवारकोकिसानगोष्ठीआयोजितकीगई।इसमेंलगभगडेढ़सौकिसानोंनेभागलिया।कार्यक्रममेंमुख्यअतिथिकेरूपमेंराज्यमहिलाआयोगकीसदस्यडॉ.निक्कीहेम्ब्रमशामिलहुईं।उन्होंनेकिसानोंकेबीचपौधोंकावितरणकिया।
इसदौरानकिसानोंकोसंबोधितकरतेहुएउन्होंनेकहाकिकेविकेद्वारायहकार्यक्रमपर्यावरणसंरक्षणकेप्रतिजागरूकताकोलेकरआयोजितकीगईहै।अनुकूलपर्यावरणकेबिनामानवजीवनकीकल्पनानहींकीजासकतीहै।जल,जंगल,जीवनसेहीपर्यावरणकोपरिभाषितकियाजासकताहै,लेकिनपेड़ोंकीलगातारकटाईसेवनक्षेत्रघटरहाहै।उन्होंनेकिसानोंसेअधिकसेअधिकपेड़लगानेकीअपीलकी।इसकेसाथहीउन्होंनेकेविकेपरिसरमेंपौधारोपणकिया।वैज्ञानिकडॉ.रघुबरसाहूनेकहाकिजंगलहैतोजलहै।पशुवैज्ञानिकडॉ.धर्मेंद्रकुमारनेपेड़-पौधेकीमहत्ताकोबताया।उन्होंनेकहाकिपेड़-पौधेलगानानकेवलमानवबल्किपशुकेलिएभीफायदेमंदहै।वहीं,मौसमवैज्ञानिकजुबुलीसाहूएवंबिस्कोमानकेएजीएमनेभीपौधारोपणकेमहत्वपरप्रकाशडाला।मौकेपरराजीवरंजन,देवेंद्रकुमारसिंह,राजूकुमार,मुकेशप्रसादसिंह,रंजनकुमारमौजूदथे।